हाँ मैं गाँधी हूँ, किन्तु सत्ता का भोगी नहीं, देश का स्वाभिमान हूँ, परतंत्रता मुझे सहन नहीं चाहे जो कहता हैं, कहने दो मैने बोलकर नही कहकर, करके दिखलाया है आज स्वतंत्र…
मऊ के प्रखर साहित्यकार मनोज कुमार सिंह का लखनऊ में आयोजित पुस्तक मेले में चारु काव्यांगन के भव्य वार्षिकोत्सव में हुआ सम्मान — लखनऊ में आयोजित पुस्तक मेले में चारु काव्यांगन के…
( हंगेरियन लोककथा का हिन्दी अनुवाद ) जंगली कबूतर और मुटरी अनुवादक – इन्दुकांत आंगिरस आपका युट्युब लिंक : Sahitya Sargam https://www.youtube.com/@SahityaSargam/featured पंचतंत्र की कथाओं से आप सभी परिचित हैं। इन कथाओं…
विजयवीर सहाय सन् 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान तत्कालीन ब्रिटिश सरकार ने महात्मा गांधी को 9 अगस्त 1942 से 6 मई 1944 तक पुणे में कल्याणी नगर स्थित विश्व प्रसिद्ध…
रश्मि धारिणी धरित्री सुधिजनों को सस्नेह नमस्कार! मैं धारित्रि धारिणी आज चौमासा और प्रकृति के श्रृंगार को देख कर आह्लादित हूँ। चौमासा, मानसून, वर्षा ऋतु, कितने अनगिनत विदुषी विद्वानों ने करोड़ों पक्तियाँ…
डॉ नमिता राकेश, राजपत्रित अधिकारी व साहित्यकार अचानक वृन्दावन जाने का प्रोग्राम बन गया और हम चार लोग मन में भगवान के दर्शन की आस लिए चल दिए वृन्दावन की ओर। इनमें…
प्रसिद्ध रंगमंच निर्देशिका चित्रा मोहन जी का भारतेंदु बाबू को समर्पित मौलिक नाटक “हम याद बहुत आएंगे“ आदरणीया चित्रा मोहन जी प्रख्यात व वरिष्ठ रंगमंच निर्देशिका व प्रवक्ता हैं । आप भारतेंदु…
डॉ नमिता राकेश, वरिष्ठ साहित्यकार सितम्बर का महीना शुरू हो चुका था और हिंदी पखवाड़े का भी ! अक्सर हिंदी पखवाड़े और श्राद्ध की तिथियाँ आस पास ही पड़ती है और हम…