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  • “वीथिका ई पत्रिका : पर्यावरण विशेषांक”जून, 2024”
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वीथिका ई पत्रिका का मार्च-अप्रैल, 2025 संयुक्तांक प्रेम विशेषांक ” मन लेहु पै देहु छटांक नहीं

Posted on April 25, 2025

लोक की चिति ही राष्ट्र की आत्मा है : प्रो. शर्वेश पाण्डेय

Posted on February 25, 2025

प्रसिद्ध भाषाविद, चिंतक, वरिष्ठ साहित्यकार आदरणीय प्रो . शर्वेश पाण्डेय जी, प्राचार्य, डी.सी.एस.के. महाविद्यालय,मऊ से आगामी 27-28 फरवरी, 2025 को डी.सी.एस.के. महाविद्यालय,मऊ के प्रांगण में लोक कलाओं व भोजपुरी पर अखिल भारतीय…

Vithika Feb 2025 Patrika

Posted on February 14, 2025

वीथिका ई पत्रिका पहुंची प्रसिद्ध भाषाविद, चिंतक, वरिष्ठ साहित्यकार आदरणीय प्रो. शर्वेश पाण्डेय जी, प्राचार्य, डी.सी.एस.के. महाविद्यालय,मऊ से मिलने व उनसे लोक साहित्य व राष्ट्र के बारे कुछ सीखने।…..

वीथिका ई पत्रिका सितम्बर 2024 ”

Posted on October 9, 2024

वीथिका_ई_पत्रिका_सितम्बर_2024[1]Download

वीथिका ई पत्रिका अगस्त 2024 ” मनभावन स्वतंत्र सावन”

Posted on August 3, 2024

पर्व विशेष : कविता

Posted on July 17, 2024

अंकुर सिंह हरदासीपुर, चंदवक जौनपुर, उ. प्र भारत पर्वो-त्योहारों का देश है…तपती गर्मी के बाद जब मानसून आता है तो मन झूम उठता है, एक कृषि प्रधान समाज इसी भींगती बारिश के…

कविता – सावन

Posted on July 16, 2024

अश्वनी अकल्पित नई दिल्ली बरसो बरसो सावन देखो आसमान में कारी घटा                                           जैसे गोपियों के आंख में काजल सा घुला बरस-बरस के मन महकाती हो मन को सुखद अनुभूति कराती हो, तरस…

कविता – प्रेम

Posted on July 16, 2024

डॉ अन्नपूर्णा श्रीवास्तव पटना बिहार प्रेम! प्रेम! प्रेम! आखिर क्या है… प्रेम…? क्या इसकी व्याख्या हो सकती…? शायद नहीं…! यह, देह- सीमा, देश- काल, शब्द – भाव- सबसे परे है…! एक अद्वितीय…

कविता – पृथ्वी 

Posted on July 16, 2024

डा. राजेश तिवारी ‘मक्खन’ झांसी उ प्र धरती मेरी माँ है इसको स्वस्थ और स्वच्छ बनायें । आओ इसकी रक्षा और सुरक्षा का दायित्व उठायें ।। अवैध और अनैतिकता से इसका खनन…

कविता : जल संरक्षण

Posted on July 16, 2024

मृत्युंजय कुमार मनोज ग्रेटर नोएडा (पश्चिम), करें बूंद-बूंद की बचत हर जगह,हर समय ब्रश, शेविंग, स्नान करने से लेकर बर्तन,वाहन हर चीज धोते समय बारिश की बूंदों का घर-घर करें संरक्षण  तालाब, कुंआ, टांका…

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