जाह्नवी डेका, समाज विज्ञानी IIDS, New Delhi आज जब हम सिर्फ लैंगिक समानता के बारे में बात करते हैं तो यह जानकर लगभग हैरानी होती है कि दुनिया का सबसे बड़ा मातृसत्तात्मक…
अर्चना उपाध्याय, प्रधान संपादक, वीथिका ई पत्रिका हम समय के जिस बिंदू पर खड़े हैं, उसकी गति बहुत अधिक है । क्षण भर को आंख झंपकी की आप एक दुसरी ही दुनिया…
जासिद एस जासिद एस केरल के युवा फोटोग्राफर हैं । ये मनोहारी चित्र न केवल उनकी फोटोग्राफी की कला, बल्कि प्रकृति से जुडी उनकी यायावरी दृष्टि का भी परिचय देती हैं ।…
लेखिका- डॉ. रचना सिंह “रश्मि”, आगरा नीरज और रागिनी ने आपस में मिलकर अपने पिता की कोठी और फार्म हाऊस बेचने.की योचना बनायी । नीरज ने कहा, “रागिनी एक प्लान है लेकिन…
एडवोकेट सत्यप्रकाश सिंह विगत कुछ दिन पूर्व माननीय उच्चतम न्यायालय के सम्मानित मुख्य न्यायाधीश ने एक न्याय व्यवस्था से जुड़े समारोह में न्याय की भाषा पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि,…
अभिनेता, रंगकर्मी, निर्देशक, लेखक श्री अविनाश पाण्डेय जी की ग़ज़ल बेकरार दिल है ये, ढूँढता करार है है किधर सुकूं पड़ा, उलझने हज़ार हैं… बेसबब से अश्क क्यूँ, कर रहे हैं चश्मेनम…
मन के सांकल खटखटाती श्रीमती अनूप कटारिया जी की कविता – ” क्यूँ रंगती हूँ” क्यूँ रंगती हूँ मैँ इन डायरी के पन्नों को कौन देखेगा इन इन्द्रधनुषी रंगों को सब रंगहीन…
(प्रसिद्ध कवियित्री श्रीमती नमिता राकेश जी, दिल्ली की कविता- “युद्ध” ) युद्ध लड़ना और जीतना दो देशों या कुछ देशों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न हो सकता है, लेकिन युद्ध करना इतना…