कॉपी संपादक :
चित्रा मोहन
शिक्षा –
लखनऊ यूनिवर्सिटी से दर्शन शास्त्र में स्नातकोत्तर
भारतेंदु नाट्य अकादमी,लखनऊ,उत्तर प्रदेश के प्रख्यात नाट्य संस्थान से,
नाट्य विधा में
दो वर्ष की पूर्ण कालिक स्नातकोत्तर डिग्री,सर्वोच्च अंकों में टॉप किया तथा वही से
“शास्त्रीय एवम आधुनिक भारतीय नाट्य साहित्य” में एक वर्ष की इंटर्नशिप पूर्ण करते हुए
सामाजिक परिचय –
भरत मुनि के नाट्य शास्त्र का विशेष अध्ययन एवम 25
वर्षों तक भारतेंदु नाट्य अकादमी में उक्त विषय का अध्यापन कार्य किया।
भू. पू . प्रवक्ता एवम रंगमंडल प्रमुख ,भारतेंदु नाट्य अकादमी।
उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी अवार्ड,राष्ट्रीय युवा पुरस्कार,अंतराष्ट्रीय बाल नाट्य निर्देशिका अवार्ड, के साथ अनेकानेक राष्ट्रीय एवं प्रादेशिक, राज्य स्तरीय सम्मानों के साथ हाल में,नौशाद अवार्ड,
उर्मिल थपलियाल सम्मान, “समर्थ नारी समर्थ भारत” सम्मान, जो राजकीय उत्तर प्रदेश के प्रादेशिक सांस्कृतिक प्रकोष्ठ द्वारा उत्कृष्ट सांस्कृतिक योगदान हेतु प्राप्त हुआ।
अब तक अस्सी से अधिक नाटकों का निर्देशन, 35 बाल नाटकों का लेखन,निर्देशन,के साथ, टी वी, फिल्म,रेडियो,दूरदर्शन के माध्यमों में अभिनय,निर्देशन,लेखन किया।
लगभग चालीस से अधिक नाटकों में अभिनय के साथ ,बाल ,युवा, अनाथ संवासियों,कन्या एवम महिलाओं हेतु प्रदेश तथा प्रदेश से बाहर अनेकानेक कार्यशालाओं में बतौर विशेषज्ञ–निर्देशक कार्य किया। मल्टीमीडिया के साथ साथ, यूनीसेफ,सिफ्सा, पाथ आदि संस्थाओं के साथ विभिन्न स्तरों पर संलग्नता रही है।
सामाजिक सरोकारों के साथ साथ उत्तर प्रदेश एवम प्रदेश के बाहर विभिन्न पत्र पत्रिकाओं,डिजिटल पत्रिकाओं के संपादक,लेखक के रूप में कार्य करते हुए कई महत्वपूर्ण हस्तियों जैसे, पंडित मदन मोहन मालवीय,लोहिया,अंबेडकर ,भारतेंदु हरिश्चंद्र आदि पर मूल नाटकों के लेखन के साथ उनका चर्चित निर्देशन भी किया गया है।
वर्तमान संप्रति–स्वतंत्र– रंगकार्य,
क्रियेटिव हेड ऑफ आईकैड (इंस्टिट्यूट फॉर कल्चरल एंड एस्थेटिक डायमेंशन)