Skip to content
वीथिका
Menu
  • Home
  • आपकी गलियां
    • साहित्य वीथी
    • गैलिलियो की दुनिया
    • इतिहास का झरोखा
    • नटराज मंच
    • अंगनईया
    • घुमक्कड़
    • विधि विधान
    • हास्य वीथिका
    • नई तकनीकी
    • मानविकी
    • सोंधी मिटटी
    • कथा क्रमशः
    • रसोईघर
  • अपनी बात
  • e-पत्रिका डाउनलोड
  • संपादकीय समिति
  • संपर्क
  • “वीथिका ई पत्रिका : पर्यावरण विशेषांक”जून, 2024”
Menu

हांड़ी की कलौंजी

Posted on July 1, 2023

अर्चिता उपाध्याय

कलौंजी का नाम आते ही भोजन के खुबसूरती का एहसास होने लगता है .वैसे तो तरह-तरह से लोग बनाते ही हैं लेकिन गांव की सोंधी मिट्टी‌ से बनी कलौंजी के क्या कहने ,आइए दादी की रसोई में से आज उनके हाथ से बनी कलौंजी बनाना सीखते हैं…..

एक पाव करेले के लिए भरावन की सामग्री के लिए एक प्याज,पांच कली लहसुन व दो हरी मिर्च को महीन कस लेंगे तथा अन्य मसालों को तवे पर भून कर पीस लेंगे .अब प्याज को कढ़ाई में भून कर लाल होने देंगे,फिर उसमें लहसुन मिर्च मिलाएंगे उसके बाद उसमें अन्य मसाला,खटाई,नमक सब मिलाकर करेले में भर लेंगे.

सामग्री

1-मिट्टी की हांडी—1 छोटी

2-मिट्टी के ढेले —7/8

3-गोईठा(उपला)-8

4-करैला–250 ग्राम

5-मंगरैल

6-जवाईन

7-सौंफ

8-अमचूर या भरी मिर्च का अंचार

9-इच्छानुसार प्याज

10-लहसुन

11-हरी मिर्च

अब गोइठा जला कर आंच तैयार होते ही हंड़िया में माटी के ढेले को रख कर उसपर भरे करेले को रख देंगे और हंड़िया का मुंह ढंक देंगे .धीमी आंच पर जब करेला तैयार होगा उसके बाद अहा क्या कहने .आप हर तरह की कलौंजी खाना भूल जाएंगे ।इतना स्वादिष्ट होगा दादी की कलौंजी .

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent Posts

  • वीथिका ई पत्रिका का जून-जुलाई, 2025 संयुक्तांक “बिहू : ओ मुर अपुनर देश”
  • वीथिका ई पत्रिका का मार्च-अप्रैल, 2025 संयुक्तांक प्रेम विशेषांक ” मन लेहु पै देहु छटांक नहीं
  • लोक की चिति ही राष्ट्र की आत्मा है : प्रो. शर्वेश पाण्डेय
  • Vithika Feb 2025 Patrika
  • वीथिका ई पत्रिका सितम्बर 2024 ”
©2025 वीथिका | Design: Newspaperly WordPress Theme