अर्चिता उपाध्याय
कलौंजी का नाम आते ही भोजन के खुबसूरती का एहसास होने लगता है .वैसे तो तरह-तरह से लोग बनाते ही हैं लेकिन गांव की सोंधी मिट्टी से बनी कलौंजी के क्या कहने ,आइए दादी की रसोई में से आज उनके हाथ से बनी कलौंजी बनाना सीखते हैं…..
एक पाव करेले के लिए भरावन की सामग्री के लिए एक प्याज,पांच कली लहसुन व दो हरी मिर्च को महीन कस लेंगे तथा अन्य मसालों को तवे पर भून कर पीस लेंगे .अब प्याज को कढ़ाई में भून कर लाल होने देंगे,फिर उसमें लहसुन मिर्च मिलाएंगे उसके बाद उसमें अन्य मसाला,खटाई,नमक सब मिलाकर करेले में भर लेंगे.
सामग्री
1-मिट्टी की हांडी—1 छोटी
2-मिट्टी के ढेले —7/8
3-गोईठा(उपला)-8
4-करैला–250 ग्राम
5-मंगरैल
6-जवाईन
7-सौंफ
8-अमचूर या भरी मिर्च का अंचार
9-इच्छानुसार प्याज
10-लहसुन
11-हरी मिर्च
अब गोइठा जला कर आंच तैयार होते ही हंड़िया में माटी के ढेले को रख कर उसपर भरे करेले को रख देंगे और हंड़िया का मुंह ढंक देंगे .धीमी आंच पर जब करेला तैयार होगा उसके बाद अहा क्या कहने .आप हर तरह की कलौंजी खाना भूल जाएंगे ।इतना स्वादिष्ट होगा दादी की कलौंजी .